बुधवार, 30 दिसंबर 2020

यादें

 तुम आते हो यादों में इतना 

और फिर जाते भी नहीं 

क्यों करते हो परेशान इतना 

और यह बताते भी नहीं

अरमान ले लिए जिंदगी से सारे 

और उन्हें संभाल पाते भी नहीं

बता दो क्या नियत है तुम्हारी 

कि तुम बिन हम जी पाते नहीं 

मुश्किल हमारा तुम्हें भूल जाना 

क्यों तुम हमें भूल जाते नहीं

निकालो बाहर अपनी यादों से 

चैन हम वहाँ पाते नहीं 

भूला दो ना हमें तुम 

के हम खुद में आ पाते नही



दिल परेशान  है शाम से 
क्या याद कर रहे हो मुझे तुम




शनिवार, 26 दिसंबर 2020

Vafa

❤वफा की राहों में ❣

❤विश्वास ना डगमगाया 

❤वफा की चाहों में ❣

❤सुकून हमेशा पाया

❤वफा की आहों में❣

❤सफर ना खत्म हुआ

❤वफा की बाहों में ❣

❤प्रेम मिलता रहा  ❣


सागर धरा का प्रेम अनोखा 

बिना बंधन बंधा है कैसा 

रहते आए संग सदियों से 

नहीं विनाशक है एक दूजे के

एक ज्वारशील आवेशित असीम 

दूजा शीतभर शीतल अप्रतिम 

नहीं लांघता क्रोध में सीमा 

बढ़ाता स्वयं की है गरिमा 

बिना तटबंधन ही बंध के रहता

नहीं डुबोता कभी धरा को

नहीं गिरने देती धरा उसे नीचे 

जाने कौन बांधे दोनों को 

रखता खार स्वयं ही भीतर 

देता मधुर मेह धरा को



कृष्ण पद

घनघोर अँधेरा है बाहर  

भीतर लौ ये किसकी है

बाहर पथ में काँटे हजार 

भीतर निष्कंटक राह किसकी है 

बाहर समस्या है अपार 

भीतर हल ज्योति किसकी है 

बाहर भव सागर है विशाल 

भीतर पतवार खैवय्या की है

बाहर रिश्ते है बेशुमार 

भीतर ङोरी कान्हा की है



रसायन शायरी

 🌜तुम पारस मैं हूँ लोहा 🌛⭐

🌜करूँ जब संग मैं तेरा 🌙🌟

🌜कम हो नफरती इलेक्ट्रॉन⭐ 

🌜बढ़ जाए स्नेही प्रोटोन🌛🌟

🌜हो जाए दोनों संतुलित🌛⭐   

🌜बनूं फिर उदासीन न्यूट्रॉन🌜🌟

🌜तब बनू पारस पर सोना🌜🌟


तुम पदार्थ मैं तुम्हारा कण 

तुम मिश्रण मैं तुम्हारा तत्व 

तुम विलायक मैं तुम्हारा विलेय 

तुम यौगिक मैं तुम्हारा परमाणु 

तुम विलयन मैं तुम्हारा रंजक

काश ये सारी केमेस्ट्री कक्षा मे ही

ध्यान से पढ लेती  तो आज 

इनकी शायरी नहीं बनानी पङती

🤦‍♀️🤷‍♀️😜😝🙊🙈🤪😛😋



शायरी पृष्ठ


 मैं तुम हो तुम मैं हूँ   🌹🌹

फिर ये मैं तुम क्यूँ है 🌹🌹




तुम हो मुझे अति प्रिय 

नैनो का हो अंजन प्रिय




नैननीर प्याला लबालब है 

जरा सा हिला दो छलक जाएगा



बढा जालिम बेवफाईयों का दायरा थोङे और
दो चार अश्क हमारी कलम से भी झलक जाए






दिल परेशान है शाम से क्या याद कर रहे हो मुझे तुम

मनन


 🧘‍♂️ मनन अंतर्मन का 

🧘‍♀️ हुआ इतना गहन

🎇 जा पहुंचा अंतरिक्ष में 

🎇 जाल तरंगों का सघन

🎇 तरंगे ग्रहों की 

🎆 शक्ति युक्त अनन्त 

✨ आकर्षित हुआ मन 

🧿 पहुंचा शून्य में 

🧿 डूबा शून्य में 

🔮 भूला  स्वयं को

🔮 हुआ लीन ब्रह्म में

 🙏 पाया ब्राह्म को



🌜तुम पारस मैं हूँ लोहा 🌛⭐

🌜करूँ जब संग मैं तेरा 🌙🌟

🌜कम हो नफरती इलेक्ट्रॉन⭐ 

🌜बढ़ जाए स्नेही प्रोटोन🌛🌟

🌜हो जाए दोनों संतुलित🌛⭐   

🌜बनूं फिर उदासीन न्यूट्रॉन🌜🌟

🌜तब बनू पारस पर सोना🌛⭐

रसायन शायरी 😛


अटल जी


 आओ एक दीप जलाएं 🔥

फिर सोचती हूँ  🤔🤔🤔🤔🤔🤔

सूरज को क्या दीप दिखाएँ🌞🌞🌞 

युगो युगो की है जो ऊर्जा  🌞🌞🌞

उससे स्वयं उर्जाशील हो जाए🌕🌕 

लेकर कुछ रश्मि किरणें   ☀️☀️☀️

स्वयं को प्रतिदीप्ति बनाएँ 🌟🌟🌟

मिले हैं जो हाइड्रोजन हमको 🌞🌞

चलो इनसे हीलियम हो जाए 🌞🌞

लेकर इनसे तेज और प्रकाश ☀️☀️

चलो हम भी ऊर्जा स्रोत हो जाएं🌞

 



उम्मीद

तेरे आने की उम्मीद में

जलाई जो तुमने दिल में 

लौ कभी नहीं बुझने दी

कहीं आओ तुम लौटकर 

अंधेरा मिले  इस दिल में

छोटी सी लौ मेरे दिल की

देखें कब तक जलती 

तूफां से देखे कब तक 

अखण्ङ यूँ ही लड़ती 

हुआ है खत्म सब्र तेल 

बस आस पर है जलती





बुधवार, 23 दिसंबर 2020

लम्हे फुर्सत के

बड़ी मुद्दत से मिलती है 

फुर्सत तुम्हें किसी से मिलने की 

इसे यूँ ना गवाना

किसी से मिलो ना मिलो 

मेरे हमनवाँ

खुद से जरूर तुम मिलना

जानती हूँ नहीं आता तुम्हे

रहना मेरे बिना

मिलोगे खुद से जब तुम 

तब तुम मुझसे भी मिलना

कभी खामोशी उनकी मौन कर गई 

कभी शब्द उनके निशब्द कर गए 

एक उनका ही होने की जिद थी 

इसलिए कई बार हम गम पी गए 

सिल लिया लबों को अपने 

हमेशा के लिए खामोश हो गए 

अब खामोश रहो तुम या शब्द कहो 

हमेशा के लिए हम पत्थर हो गए

जो हो गया ना याद कर उसे 

जो बीत गया बिसार दे उसे 

आगे जिंदगी बुला रही तुझे 

देख तू ना निराश कर उसे 

बीती बातों का न जिक्र होने दे 

आगे जो आ रहा बस देख उसे

क्या कह रही जिंदगी देख तुझे 

एक और मौका दे बस उसे

टूटने का मतलब खत्म नहीं होता  

जुङने की नई शुरुआत दे उसे


मैंने ही मांगी थी दुआ ये रब से 
तरक्की बेशुमार हो जाए तुम्हारी
चढ़ो सीढ़ियां कामयाबी की इतनी
शख्सियत बुलंद हो जाए तुम्हारी
नहीं जानती थी बात तब इतनी 
जाओगे तुम तो बुलंदी को छू
रह जाऊंगी पीछे तुमसे मैं छूट
खुशी मेरी होगी तुम्हारी खुशी से
मांगूंगी दुआ यही मैं फिर से 
चाहे ना रहूँ मैं जीवन में तुम्हारे 
कामयाबी कदम चूमे हमेशा तुम्हारे



बीते जो पल साथ तेरे 
आज वही ख़ास मुझे
कुछ न था पास मेरे 
खाली दामन में मेरे
छोटी सी सौगात तेरी 
मालामाल कर गई
जाती हुई जिंदगी मेरी 
कुछ पल ठहर गई 
छोटी सी मुलाकात तेरी 
बेशकीमती हो गई 
मेरे जीवन की 
खाली तिजोरी के हीरे 
जन्मों जन्म तेरी 
मैं एहसानमंद हो गई 

सोमवार, 21 दिसंबर 2020

रेत का महल

जाने क्यों बनाया तुमने रेत का महल मेरे साथ 

जब बारिशों को तुम्हे खबर करनी ही थी 

क्यूँ साहिल पर ले कर आए तुम मुझे 

जब डूबा देने की तुम्हारी ही तैयारी थी 

क्यूँ अंधेरों को चीरकर दी तुमने मुझे अंशु किरण 

सूरज़ को बन बादल ढकने की नियत तुम्हारी थी 

मेने ही क्यूँ बनाया वो महल साहिल पर तुम्हारे साथ 

जब कि लहरों में डूबने की उसकी ही बारी थी 

इंतजार है तो बस अब उस जोशे ज्वार का 

महल के साथ डूब जाऊँ मेरी भी तैयारी थी

माँगू कुछ तुमसे तो क्या दे दोगे तुम 
मत करो याद मुझे भूल जाओ तुम
कर दो रिहा अपनी यादों से मुझे
बहुत दम घुट रहा है  मेरा वहाँ
चैन लौटा दोगे क्या मुझे तुम 
छूट गया है जो मेरा वहाँ            
अरमान लौटा दो मेरे
छूटे हैं मुझसे वहां
आखरी साँस 
भी मेरी मैं 
भूल गई 
हूँ वहाँ     
            


शनिवार, 19 दिसंबर 2020

Shayri page

 वजन तेरे अल्फाजों का 

इस कदर भारी पड़ा हम पर 

निकले तुम्हारी कलम से 

और झलके हमारी आंखो पर  




सोमवार, 14 दिसंबर 2020

Shaayri page

 🥰कयामत तेरे हुस्न की ना पूछो ❣❣

🥰गिरती रही बिजली हम पे न पूछो ❣

🥰बस नहीं पाया आशियाँ दिल का  ❣

🥰क्या तुम्हारी खता न थी ये न पूछो❣



Shaayri page

 हमराज हो गए 💝💝

जब से तुम  💘💘💘

खत्म हुए राज  💝💝

जिंदगी से सारे  ❣❣

हर राज जिसका   💝 

जिक्र था दोस्तों से 💝

था बारे में तुम्हारे❣❣



शुक्रवार, 11 दिसंबर 2020

कृष्ण दिवानी


 🙏नमन करबद्ध का 

🧎‍♀️नमन शब्द्ध का

🙏नमन हृदय का

🧎‍♀️नमन नयन का 

🙏नमन भाव का 

🧎‍♀️नमन लगाव का

🙏नमन प्रीत का 

🧎‍♀️नमन राग का 

🙏नमन गीत का

🧎‍♀️नमन संगीत का

🙏नमन हर्ष का

🧎‍♀️नमन सर्वस्व का


बुधवार, 9 दिसंबर 2020

दर्दे दिल

बेजान लफ्ज़     💔

अरसे से झेल रहे 💔

गुनाह वक्त का    💔

दफन गहरे पड़े   💔

जबरन कत्ल  💔💔

हुआ इनका   💔💔

खिलखिला झरते थे 

झरोखों से    💔💔

हादसा झरोखों में 

हुआ इनका  💔💔

सूनी पड़ी  💔💔💔

लफ्ज़ हवेलियाँ सारी 

हवेलियाँ   💔💔💔

मजार हुई इनका

इन्तजार   💔💔💔

लफ्ज़ सदाओं को💔

पैदा जो नया वारिस 

हुआ इनका💕💕



💔सिसकियां रातों को 
💔कोई सुनता नहीं 
💔तेरी याद आंसुओं में
💔बहा दिया करता हूँ 
💔तुझे भुला एक नया दिन
💔और जी लिया करता हूँ
💔सिलसिला मैं यही हर रोज
💔दोहरा लिया करता हूँ



🌹फितरत बेईमानी की खूब है   🦚🦚
🌹ईमानदार बस खुद से ही होती है  🦚 
🌹तासीर इमानदारी की ना पूछो 🦚🦚
🌹बेईमान बस खुद से ही होती है🦚🦚



 

 



शायरी पृष्ठ

 💖कुछ दे दूँ रख पाओ तुम तो 

💖अहसास रखना बीते लम्हों के 

💖यादें रखना गुजरे समय की 

💖ख्वाब रखना जो साथ देखे थे 

💖देख लो रख पाओ तुम तो

💖गुजारिशें मेरी हर पल की 

💖नजरों के सामने तुम्हे रखने की 

💖पूरी उम्र हो आखिरी सांस की 

💖करना हिफाजत उस सांस की


चलो आज जिंदगी से मिला जाए 🌿
क्या उसने दिया बताया जाए 🌹
दी अनमोल जीवन की सत्ता मुझे 🥀
उस पर मिला मस्तिष्क तोहफा मुझे🥀
जिससे जीवन की समझ का सुख लिया जाए
हर क्षेत्र का अद्भुद् सुख मिला मुझे
एक नया सुख हर पल दिया मुझे
हर मोङ पर गले लगाया तूने मुझे
के खुद से तूने मिलाया मुझे🌹🌹
कैसे इसके अहसान को उतारा जाए🌹
जिन्दगी क्या दिया तूने कैसे बताया जाए
🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀


💙कभी-कभी ❣ 
💛तलब उठती है ❣ 
💙दीदार की इतनी ❣ 
💛कफस तोङ ❣❣❣ 
💙जिस्म का  ❣❣❣❣
💛रूह पहुंच जाए  ❣❣❣
💙तेरे पास अभी  ❣❣❣❣




दर्द भरी यादें

यादों का भी होता है पुनर्जन्म,  तर्पण कर देने के बाद भी होती है पुनरावर्तित स्मृति में जाती है जन, पुन:पुन:  हृदय के गर्भ  में