मैं तुम हो तुम मैं हूँ 🌹🌹
फिर ये मैं तुम क्यूँ है 🌹🌹
तुम हो मुझे अति प्रिय
नैनो का हो अंजन प्रिय
नैननीर प्याला लबालब है
जरा सा हिला दो छलक जाएगा
बढा जालिम बेवफाईयों का दायरा थोङे और
दो चार अश्क हमारी कलम से भी झलक जाए
दिल परेशान है शाम से क्या याद कर रहे हो मुझे तुम
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