🧘♂️ मनन अंतर्मन का
🧘♀️ हुआ इतना गहन
🎇 जा पहुंचा अंतरिक्ष में
🎇 जाल तरंगों का सघन
🎇 तरंगे ग्रहों की
🎆 शक्ति युक्त अनन्त
✨ आकर्षित हुआ मन
🧿 पहुंचा शून्य में
🧿 डूबा शून्य में
🔮 भूला स्वयं को
🔮 हुआ लीन ब्रह्म में
🙏 पाया ब्राह्म को
🌜तुम पारस मैं हूँ लोहा 🌛⭐
🌜करूँ जब संग मैं तेरा 🌙🌟
🌜कम हो नफरती इलेक्ट्रॉन⭐
🌜बढ़ जाए स्नेही प्रोटोन🌛🌟
🌜हो जाए दोनों संतुलित🌛⭐
🌜बनूं फिर उदासीन न्यूट्रॉन🌜🌟
🌜तब बनू पारस पर सोना🌛⭐
रसायन शायरी 😛
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