जुस्तजू-ए-क़फ़स में उलझी मेरी रूह
रूह_ए_हसरत में उलझी तेरी जुस्तजू
in this blog we will give you five types of things (panchali) which are 1 poems on current affairs and other topics 2 poems on narendra modi 3 sher N shayari,ghazals 4 selfmade bhajans of lord krishna 5 lyrics of rajasthani songs with video so please enjoy and come again and again on our blog. thankyou Veena mawar
तुम बसे हो आँखो में सजना
काजल मना कर रहा है
तेरी आँखो मे नहीं सजना
आया बसंत है अंत
सूखी निराशाओं का
खिली बयार महकी इंद्रियां
जागी मन पुरवाई समस्त
कसक मेरे मन की
समझी तो होती कभी
क्या हमेशा अपनी ही
चाहते गिनाते रहे
ना भीग पाए कभी
मेरी आँखो की नमी से
हमेशा अपनी ही
मुस्कुराहटें दिखाते रहे
रिक्त हो हो कर ख्वाब मेरे
सदा तेरे ख्वाब सजाते रहे
यादों का भी होता है पुनर्जन्म, तर्पण कर देने के बाद भी होती है पुनरावर्तित स्मृति में जाती है जन, पुन:पुन: हृदय के गर्भ में