सोमवार, 14 दिसंबर 2020

Shaayri page

 🥰कयामत तेरे हुस्न की ना पूछो ❣❣

🥰गिरती रही बिजली हम पे न पूछो ❣

🥰बस नहीं पाया आशियाँ दिल का  ❣

🥰क्या तुम्हारी खता न थी ये न पूछो❣



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दर्द भरी यादें

यादों का भी होता है पुनर्जन्म,  तर्पण कर देने के बाद भी होती है पुनरावर्तित स्मृति में जाती है जन, पुन:पुन:  हृदय के गर्भ  में