Veena Mawar Author
यादों का भी होता है पुनर्जन्म,
तर्पण कर देने के बाद भी
होती है पुनरावर्तित स्मृति में
जाती है जन, पुन:पुन:
हृदय के गर्भ में
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें