रविवार, 14 मार्च 2021

शिव रात्री विशेष

 🔔शिव,चंद्रशेखर 

🔔विषधर ले

🔔गंगा शीश धरें 

🔔जटाधारी 

🔔बन नारी  

🔔अर्धनारीश्वर रूप धरे

🔔हो जन्म मरण से परे 

🔔जीवन आधार धरे

🔔बन संहारक 

🔔रूद्र हो ले कोप

🔔रोद्ररूप धरे

🔔28 अवतार ले

🔔नाथ,भूतनाथ 

🔔कर ध्यान 

🔔त्रिनेत्र धरे

🔔ले शीत नटेश्वर 

🔔हिमांगी संग 

🔔शीतलता धरे

🌹हे चंद्रचूड़ 

🌹जटाधारी 

🌹खोल जटा 

🌹हो मस्त 

🌹कर नर्तन 

🌹बजा दूँ मैं मृदंग 

🌹ले साथ 

🌹तू ताल मेरे 

🌹छेङ नया 

🌹साज दे 

🌹आज समा 

🌹तू बांध दे

🌹कर प्रलय 

🌹मन में मेरे 

🌹उठा प्रचंड 

🌹आह हिय मेरे 

🌹उठा पाँव मेरे 

🌹थिरका तू 

🌹अपनी लय में 

🌹हो मगन 

🌹अनुपम नृत्य 

🌹करूँ तेरे संग 


😡 महाकाल 

👽 हो विकराल 

😊 जगत कल्याण करें 

👽 ले तीन नयन 

👺 हो रूद्र महान 

😡 गिरिजा संग रहे 

👺 हे तेज प्रताप 

😨 विष् गरल महान 

👺 रूद्र अवतार 

😨 ना गिरिजा सहन करे 

☺ संग हो गंग 

🤗 बांध जटा 

🌛 ले चंद्र शीत 

🌝 शीतल रूप धरे






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दर्द भरी यादें

यादों का भी होता है पुनर्जन्म,  तर्पण कर देने के बाद भी होती है पुनरावर्तित स्मृति में जाती है जन, पुन:पुन:  हृदय के गर्भ  में