💃 अल्लहङ है
💃 नर्तनी मृदंगनी
💃 ले हिय उल्लास
💃 विपुल उन्माद
💃 बाँध घुंघरू पाँव
💃 उन्मुक्त मस्त
💃 धर रही
💃 पाँव सशक्त
💃 हर ताल पर
💃 निपुण पारंगत
💃 अपनी लय में
💃 निखरती
💃 सँवरती
💃 मचलती
💃 ना ठहरती
💃 बस थिरकती
💃 पर आकुल
💃व्याकुल
💃उद्धिग्न
💃तङपती हिय में
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