मंगलवार, 16 फ़रवरी 2021

बसंत

 🏵🌼 मैं बसंत ही किस बात का    🌼🏵

🏵🌼 नहीं भरी जो विरह वेदना     🌼🏵

🏵🌼 नहीं जगाई हृदय पीङ         🌼🏵

🏵🌼 होगा व्यर्थ मेरा आना          🌼🏵

🏵🌼 नहीं उठाई हुक विरहनी की  🌼🏵

🏵🌼 तो क्या हरी होगी अमराईया 🌼🏵

🏵🌼 खिलेगी कैसे केसरी कुमकुम🌼🏵

🏵🌼 बसंती होंगी क्या वादियाँ     🌼🏵

🏵🌼 नहीं उफना जो क्षार नीर      🌼🏵

🏵🌼 मिलेगी क्या समद से नदियाँ🌼🏵

#बसंत_पंचमी

@veena_mawar

🙏 ब्रह्मसुता 
🙏 पद्मासना 
🙏 श्वेतांबरा,हंसासना 
🙏 महाश्वेता
🤲 वर दे बनूं निर्मल पवित्र 
🙏 वाग्देवी 
🙏 ज्ञानदेवी  
🙏 सुरदेवी 
🙌 करूँ अर्चना इस रूप में
🙏 वागेश्वरी 
🙏 ज्ञानदात्री 
🙏 सूरदात्री
🤲 भर प्रज्ञा ज्ञान भंडार से
🙏 स्वरदायिनी 
🙏 विद्यादायिनी 
🙏 वीणावादिनी 
🙌 रहे झंकृत वीणा उल्लास से🪕
#सरस्वती_पूजा #sarswatipuja #बसंत_पंचमी #basantpanchmi
😏बैरी बसंत
🙄फिर आया  
😔तू ले संताप 
😒विरह वेदना सुलगाने
😠जलाने तू अपनी 
💃मन मोहिनी छब से 
😔नहीं पास हृदय स्वामी 
🤔क्या नहीं पता तुझे 
😔फिर क्यूँ लाया 
🤗बसंती तेज 
🤗मनोरम मधुर 
🤗शीतल सरस
😏समीर संग में 
#बसंत_पंचमी #basantpanchmi
@veena_mawar

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दर्द भरी यादें

यादों का भी होता है पुनर्जन्म,  तर्पण कर देने के बाद भी होती है पुनरावर्तित स्मृति में जाती है जन, पुन:पुन:  हृदय के गर्भ  में