शुक्रवार, 8 जनवरी 2021

प्रेम

🌹प्रेम से जिसके हृदय को प्रेम है🌹🌹

🌹जो हृदय कष्ट के लिए आतुर है  🌹🌹

🌹बिना सोचे जो मरने को तैयार है   🌹🌹

🌹छोड़ पतवार डूबता जो मझधार है    🌹🌹 

🌹उसी हृदय को बस प्रेम का अधिकार है🌹🌹



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दर्द भरी यादें

यादों का भी होता है पुनर्जन्म,  तर्पण कर देने के बाद भी होती है पुनरावर्तित स्मृति में जाती है जन, पुन:पुन:  हृदय के गर्भ  में