Veena Mawar Author
लाख कमियां है मुझ में
एक खूबी तुझे चाहने की है
बचना है लाख कमियों से तुझे
या तमन्ना एक खूबी पे मरने की है
जल जाऊं तेरे ही ईर्द-गिर्द
यह हसरत इस परवाने की है
बता शमा जलना है रोशनी के लिए
या नियत मेरे साथ बुझने की है
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