रविवार, 15 नवंबर 2020

गौवर्धन

 


⛰हे गिरधारी हे गिरिधर 🥀

🗻गोवर्धन फिर एक बार धरो 🥀

🌦फिर प्रकोप से भीग रही धरा 🌹

🗻छत्रछाँव करो,हे गोवर्धनधारी🌹

⛰फिर एक बार सहाय करो🥀


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दर्द भरी यादें

यादों का भी होता है पुनर्जन्म,  तर्पण कर देने के बाद भी होती है पुनरावर्तित स्मृति में जाती है जन, पुन:पुन:  हृदय के गर्भ  में