गुरुवार, 12 नवंबर 2020

उधार


 💞मेरी हर रात रही उधार तुझ पर 

💞भर लूंगी इन्हें जब तेरे उजाले से 

💞मिटा लूंगी तेरी चहक से खामोशियां इनकी 

💞तब कहीं होगी ब्याज की अदायगी इनकी 

💞चलेगा अभी तो कर्ज़ मेरा लंबा तुझ पर 

💞शेष रहेगा उधार मेरा फिर भी तुझ पर 

💞देना होगा साथ तुझे अभी दूर तक 

💞देना होगा साथ मेरा जन्मों जन्म तक 

💞चलेगा मेरी हर रात का उधार तब तक

💚💛🧡❤💙💜🤎


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दर्द भरी यादें

यादों का भी होता है पुनर्जन्म,  तर्पण कर देने के बाद भी होती है पुनरावर्तित स्मृति में जाती है जन, पुन:पुन:  हृदय के गर्भ  में