नवभारत के नव प्रभाकर
नहीं संभव है तेरा वर्णन
तूने भारत का एकत्रण किया
कैसे दिखाऊं तुझे मैं दिया
राजा हो वो बांसवाड़ा का
चाहे हो वोजोधपुर का
प्रजा हो वो जूनागढ़ की
या फिर बारी हो निजाम की
कौन है जो तुझसे ना थर्राया
काटी तूने सबकी काट
लोह पुरुष तब तू बन पाया
सोमनाथ का उद्धार करवाया
लहूलुहान भारत को बचाया
ना होता तू अगर तो
बनते जाने फिर कितने पाकिस्तान
एक बना नेक बना फिर बना हिन्दुस्तान
जितनी ऊंची शख्सियत तुम्हारी
बनी उतनी प्रतिमा तुम्हारी 🙏🧎♂️🧎♀️
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