Veena Mawar Author
तुम बसे हो आँखो में सजना
काजल मना कर रहा है
तेरी आँखो मे नहीं सजना
आया बसंत है अंत
सूखी निराशाओं का
खिली बयार महकी इंद्रियां
जागी मन पुरवाई समस्त
पीली सरसों महक रही है, आया बसंत आया बसंत खिल गए फूल लड़ गई डाल भौरों ने गाना शुरू किया पत्ते हिल कर दे रहे ताल। अति सुंदर बसंत चित्रण
Mem apka vatsalya aur Madhurya anitha apke lekhan men
पीली सरसों महक रही है, आया बसंत आया बसंत खिल गए फूल लड़ गई डाल भौरों ने गाना शुरू किया पत्ते हिल कर दे रहे ताल। अति सुंदर बसंत चित्रण
जवाब देंहटाएंMem apka vatsalya aur Madhurya anitha apke lekhan men
जवाब देंहटाएं