रविवार, 7 मार्च 2021

अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस

है स्वयंसिद्धा तू 

पहचान को स्वयं को

ना रुकावट तू किसी की 

ना रोक स्वयं को

है आशा तू सभी की 

ना कर निराश स्वयं को

शक्ति है तू सभी की 

कर सशक्त स्वयं को 

है सफलता तू सभी की 

कर सफल स्वयं को


हे नारी दिवस आज 

मांगू कुछ खास 

घिरूँ अंधियारों मैं जब 

निकाल लेना तू 

जब गिरने लगूं  

संभाल लेना तू 

होगी गलतियां हजार 

सब देना तू सुधार 

मैं कुमुदिनी सहमी सी 

करना चन्द्र प्रकाश तू




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दर्द भरी यादें

यादों का भी होता है पुनर्जन्म,  तर्पण कर देने के बाद भी होती है पुनरावर्तित स्मृति में जाती है जन, पुन:पुन:  हृदय के गर्भ  में