मंगलवार, 3 नवंबर 2020

करवा चौथ कविता

 


💏हृदय सिहांसन पर विराजित  💞 🌹

💑तुमसे रहे माँग सुशोभित       💗🌹

💏थी मैं अबोध  मन कलुषित   💓 🌹

💑दिया है बोध पावन धवलीत   💗🌹

💏जब जब घबराई मैं सकुचाई  💞🌹

💑शक्ति संचरित तुमसे है पाई   💗🌹

💏समय समय पर तुमने तारा   💓 🌹

💑थामा हस्त मुझको उभारा     💞 🌹

💏सदा रहे वरद् हस्त मुझ पर    💗🌹

💑छाया रहे मुझ नन्ही पौधे पर  💓 🌹


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दर्द भरी यादें

यादों का भी होता है पुनर्जन्म,  तर्पण कर देने के बाद भी होती है पुनरावर्तित स्मृति में जाती है जन, पुन:पुन:  हृदय के गर्भ  में